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सराय पर जीएसटी को लेकर केंद्र की सफाई, देखें क्या कहा...

Amritsar-Darbar-Sahib

Center's clarification regarding GST on the inn

अमृतसर। अमृतसर में दरबार साहिब की सरायों पर 12 फीसदी जीएसटी मामले में नया ट्विस्ट सामने आ गया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्स एवं कस्टम्स (सीबीआईसी) ने इस मामले में अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की सरायों पर जीएसटी नहीं लगाया गया है। इसको भरने के लिए भी कोई नोटिस नहीं भेजा गया। यह संभव है कि उन्होंने खुद ही जीएसटी जमा करवा दिया हो।

1000 रुपये किराया कमरों जीएसटी छूट वापस

सीबीआईसी ने कहा कि जीएसटी कौंसिल की 47वीं बैठक हुई थी। उसकी सिफारिश के मुताबिक 1000 रुपए प्रतिदिन के किराए वाले होटल कमरों से जीएसटी छूट वापस ले ली गई। उन पर 12 फीसदी जीएसटी लगाया गया है। हालांकि इसमें एक और छूट है जो किसी भी चेरिटेबल या धार्मिक ट्रस्ट द्वारा कमरे किराए पर देने को जीएसटी से छूट देती है। जहां कमरे के लिए चार्ज रकम 1000 से कम है। यह छूट बिना किसी बदलाव के लागू है।

तीन सरायों ने जीएसटी देना शुरू किया

सीबीआईसी ने कहा कि यह भी कहा जा रहा है कि अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से चलाई जा रही तीन सरायों ने जीएसटी देना शुरू कर दिया है। यह 3 सरायें गुरू गोबिंद सिंह एनआरआई निवास, बाबा दीप सिंह निवास और माता भाग कौर निवास हैं। इस बारे में स्पष्ट किया गया कि इनमें से किसी को भी नोटिस नहीं दिया गया। हो सकता है कि इन्होंने खुद ही जीएसटी भरना शुरू किया हो। इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन के आधार पर एसजीपी की सरायों फायदा ले सकती हैं।

आप व भाजपा ने किया विरोध

आम आदमी पार्टी सरायों पर टैक्स का विरोध कर रही थी। सीएम भगवंत मान ने केंद्र से यह टैक्स वापस लेने की मांग की थी। वहीं सांसद राघव चड्ढा ने इस संबंध में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन से मुलाकात की थी। भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल और सुखपाल सरां भी इसके खिलाफ थे। उन्होंने केंद्र से इस फैसले को वापस लेने की मांग की थी। अकाली दल भी जीएसटी का विरोध कर रहा है।